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मंगलवार को बंगाल की खाड़ी में नए सिस्टम के एक्टिव होने के संकेत

4 से 5 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में सिस्टम एक्टिव हो रहा है।

वही 6 से 7 सितंबर तक लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो सकता है, जो 18 से 19 सितंबर तक एक्टिव रह सकता है।

 

इन जिलों में अच्छी बारिश के आसार

अगस्त से मानसून पर लगा विराम सितंबर के पहले सप्ताह से हटने की उम्मीद है।

अगले 24 घंटे में नए सिस्टम के एक्टिव होने से मौसम में बदलाव की संभावना है।

इसके प्रभाव से प्रदेश के पूर्वी हिस्से में कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश हो सकती है।

जबलपुर शहडोल संभाग में भी तेज बारिश के संकेत है।

एमपी मौसम विभाग की मानें तो शनिवार से बंगाल की खाड़ी में फिर से मानसून की गतिविधियां शुरू हो गई हैं।

आज रविवार को एक चक्रवाती घेरा सक्रिय होगा, जो 48 घंटों में कम दबाव के क्षेत्र में बदलेगा।

जिससे 5 सितंबर से मौसम में बदलाव आएगा और कई जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।

 

सोमवार से बदलेगा मौसम, मंगलवार से बारिश के आसार

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, 4 से 5 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में सिस्टम एक्टिव हो रहा है।

ही 6 से 7 सितंबर तक लो प्रेशर एरिया एक्टिव हो सकता है, जो 18 से 19 सितंबर तक एक्टिव रह सकता है।

इसके प्रभाव से 4- 5 सितंबर को कहीं कही हल्की बारिश, 7 -8 तारीख को हल्की से तेज बारिश और 8 तारीख से 13 तारीख तक तेज बारिश हो सकती है।

वही 14 तारीख से 18 तारीख तक भी गरज चमक के साथ तेज बारिश होने की संभावना है।

सितंबर अंत में मानसून की विदाई के संकेत है हालांकि लोकल सिस्टम या फिर नए सिस्टम के प्रभाव से कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी की स्थिति बन सकती है।

 

ग्वालियर चंबल और जबलपुर में अच्छी बारिश के संकेत

एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, चार से पांच सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने वाले सिस्टम से छह -सात सितंबर तक जबलपुर शहडोल और रीवा सहित आस-पास के क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो सकता है जिससे 18 सितंबर तक बारिश के आसार है।

वही ग्वालियर-चंबल संभाग में इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से पांच सात सितंबर से हल्की से मध्यम बारिश का क्रम शुरू हो सकता है।

इन मौसम प्रणालियों का प्रभाव आगामी 12 सितंबर तक रहने की संभावना है।

 

1 जून से 2 सितंबर तक बारिश का रिकॉर्ड, 17% वर्षा कम
  • प्रदेश में अब तक सामान्य से 17% कम बारिश हुई है। पूर्वी हिस्से में 14% और पश्चिमी हिस्से में 20% कम बारिश हुई है।
  • प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में हुई है। यहां अब तक हुई बारिश का आंकड़ा 41 इंच से अधिक है।
  • सिवनी में 37.53 इंच, मंडला-जबलपुर में 35, डिंडोरी में 34 इंच से ज्यादा ।
  • इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, पन्ना, सागर, शहडोल, उमरिया, रायसेन और नर्मदापुरम में 28 इंच या इससे ज्यादा बारिश ।
  • दमोह, कटनी, निवाड़ी, बैतूल, भिंड, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में आंकड़ा 24 इंच से अधिक है।
  • खरगोन, मंदसौर, बड़वानी, ग्वालियर में सबसे कम कम बारिश हुई है, जो 20 इंच से कम है।
  • भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, रीवा समेत कुल 27 जिले रेड जोन में। इन जिलों में 20% से 46% तक बारिश कम ।
    19 जिलों में भी बारिश का आंकडा कम। नरसिंहपुर, बुरहानपुर, सिवनी और निवाड़ी बारिश कोटे के करीब है।

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