बारिश ने एक बार फिर किसानों को संकट में डाल दिया है।
फसल खेतों में पककर तैयार है, लेकिन किसान निकाल नहीं पा रहे हैं, क्योंकि 12 से 15 दिनों से बारिश हो रही हैं।
दिन में कुछ घंटे तेज बारिश होती है। इससे खेतों में पानी भर गया है जो निकल नहीं पा रहा है।
अभी करीब 5 प्रतिशत ही फसल की कटाई हो पाई है। 95 प्रतिशत फसल अभी खेतों में ही खड़ी है।
वर्तमान स्थिति को देखते हुए करीब 25 से 30 फसल के नुकसान की आशंका है और अगर लगातार एक सप्ताह तक ऐसा ही रहा तो नुकसान बढ़ सकता है।
मजदूरी बढ़ने का भी संकट आ गया है
भारतीय किसान संघ के पूर्व अध्यक्ष गोवर्धन पाटीदार ने बताया कि बारिश से सोयाबीन पर दाग लग रहे हैं।
इससे किसानों को कम भाव मिलेगा। उनके सामने मजदूरी बढ़ने का भी संकट आ गया है।
मजदूर ज्यादा मजदूरी मांग रहे हैं। इस बार फिर बारिश में किसानों को मुश्किल में डाल दिया है।
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