हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

गेहूं की ये 5 सबसे उन्नत किस्में, मिलेगा अधिक उत्पादन

उत्पादन के साथ बंपर मुनाफा

 

रवि की फसल के लिए किसान सोचता है कि उसकी फसल अच्छी हो और उसे बंपर मुनाफा हो एक बात जरूरी हो जाती है कि रवि की सीजन की फसल का चयन करने के लिए किसान बहुत सोचता है।

अच्छी किस्मों की अगर उसे जानकारी है तो वह उसे लगाने में जरा भी देर नहीं करता रवि के सीजन में मुख्य तौर पर गेहूं और चना बोया जाता है।

आज हम आपको गेहूं की विभिन्न उन्नत किस्मों के बारे में बताएंगे जिसे किसान लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

 

गेहूं की 5 नई उन्नत किस्में

करण बंदना

यह गेहूं की विशेष किस्म है जिसे बीबीडब्ल्यू 187 भी कहते हैं।

करण वंदना किस्म की यह फसल लगभग 120 दिन में पक कर तैयार हो जाती है।

और इस की औसतन उपज 75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होती है।

 

करण नरेंद्र

गेहूं की यह किस्म खास किस्मों में से एक है इसमें किस्म को बीबीडब्ल्यू 222 के नाम से जाना जाता है।

करण नरेंद्र लगभग 143 दिन में पक कर तैयार हो जाती है और इसकी उपज लगभग 65% प्रति हेक्टेयर होती है।

आपको बता दें कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद करनाल द्वारा इस किस्म को विकसित किया गया था जो किसानों के लिए सन 2019 में आई थी जब से यह काफी लोकप्रिय है।

 

पूसा यशस्वी

पूसा यशस्वी के समय खास तौर पर हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और कश्मीर राज्य में उगाई जाती है।

इस किस्म की उपज 57% से लेकर 79% प्रति हेक्टेयर तक हो सकती है।

इस किस्म की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह फफूंदी और सड़न रोग के लिए रोग प्रतिरोधी है।

इसके साथ साथ इस फसल का बुवाई का समय नवंबर माह होता है।

 

करण श्रेया

उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों में गेहूं की किस्म की अधिक खेती की जाती है।

इसे पकने में लगभग 125 दिन लगते हैं और इस किस्म की उपज लगभग 55% प्रति हेक्टेयर होती है।

 

डी डी डब्ल्यू 47

गेहूं की किस्में राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश के राज्यों में सबसे ज्यादा उगाई जाती है।

इस केस में से दलिया और सूजी अधिक बनाई जाती है।

यह किस्म की उपज लगभग 70% प्रति हेक्टेयर से अधिक होती है।

खास बात यह होती है कि इस केस में में बीमारियों से लड़ने में स्वयं ही सक्षम होती है इसलिए किसान फसल को अधिक पसंद करते हैं।

यह भी पढ़े : यूरिया खाद की समस्या हो या अधिक पैसे लेने पर इन नंबरों पर संपर्क करें

 

यह भी पढ़े : किसानों को अब इतनी सस्ती मिलेगी खाद

 

शेयर करें