हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

ये टॉप 5 कृषि व्यवसाय देंगे बंपर मुनाफा

 

कृषि व्यवसाय

 

खेती के साथ ही किसान भाई कृषि से जुड़े कुछ अन्य व्यवसाय करके अच्छा-खास लाभ कमा कर अपनी आय बढ़ा सकते हैं।

कई व्यवसाय तो ऐसे हैं जिनमें लागत भी कम आती है और मुनाफा काफी अच्छा होता है। आशा करते हैं कि ये जानकारी आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।

 

गाय – भैंस पालन व्यवसाय

किसान भाई खेती के साथ पशुपालन करके भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। किसान गाय या भैंस पालन कर डेयरी व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।

इसमें अच्छी प्रजाति की गाय व भैंस का चयन करना चाहिए। ये व्यवसाय दो गाय या दो भैंस भी शुरू किया जा सकता है।

वहीं यदि आप बड़े स्तर पर डेयरी बिजनेस करते हैं तो इसके लिए बैंकों की ओर से लोन दिया जाता है। वहीं सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है।

वहीं कई सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाएं डेयरी उद्योग के लिए 10 लाख रुपए तक की लोन सुविधा उपलब्ध कराती हैं।

इसके लिए डेयरी मालिक को तमाम कागज जैसे एनओसी, एसडीएम का प्रमाणपत्र, बिजली का बिल, आधार कार्ड, डेयरी का नवीनतम फोटो आदि जमा करना होता है।

वेरीफिकेशन के बाद अगर संबंधित प्राधिकरण संतुष्ट हो जाता है, तो डेयरी मालिक को डेयरी और पशुओं की संख्या के हिसाब से पांच से 10 लाख रुपए तक की राशि मुहैया कराई जाती है।

डेयरी मालिक को यह राशि किस्तों में जमा करनी होती है।

 

बकरी पालन व्यवसाय

बकरी पालन से भी अच्छी कमाई की जा सकती है। ये बहुत ही कम पैसों में शुरू किया जा सकता है।

बकरी के लिए आहार की भी अतिरिक्त व्यवस्था नहीं करनी पड़ती है। बकरी जंगल में पड़ों की पत्तियां, झाड़ी खाकर अपना भोजना कर लेती है।

बकरी पालन में देखभाल व रखरखाव के लिए भी खर्च बहुत ही कम आता है। इस तरह देखा जाए तो बकरी पालन करके भी अच्छी कमाई कर सकता है।

बकरी पालन दो उद्देश्यों से किया जाता है। एक मांस के लिए तथा दूसरा दूध के लिए।

आपको सबसे पहले यह तय करना होगा कि आप बकरी पालन किस उद्देश्य से कर रहे हैं और उसी हिसाब से आपको बकरी की नस्ल का चयन करना चाहिए।

बकरी पालन के लिए भी कई राज्य सरकारें सहायता प्रदान करती हैं।

 

 मुर्गी पालन व्यवसाय

आजकल अंडे और चिकन बाजार में बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मुर्गीपालन बिजनेस मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है।

यही वजह है कि अब गांव हों या शहर, दोनों जगह मुर्गी पालन (पॉल्ट्री फार्मिंग) को बिजनेस का रूप दिया जा रहा है।

बैंक भी अब इस बिजनेस को लोन देने के लिए आगे आ रहे हैं। यह बिजनेस करना ज्यादा मुश्किल भी नहीं है।

पॉल्ट्री फार्मिंग के लिए स्पेस की खास जरूरत होती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी मुर्गियों से अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं।

माना जाता है कि एक मुर्गी को कम से कम एक वर्ग फुट की जरूरत पड़ती है और यदि यह स्पेस 1.5 वर्ग फुट हो तो अंडों या चूजों के नुकसान की आशंका काफी कम हो जाती है।

इसके अलावा फार्मिंग ऐसी जगह पर करनी चाहिए, जहां बिजली का पर्याप्त इंतजाम होना चाहिए।

बैंक से आसानी से लोन लेने के लिए नाबार्ड कंसलटेंसी सर्विस की सहायता भी ली जा सकती है। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए भारत सरकार भी आपकी मदद करती है।

सरकार की ओर से सब्सिडी प्रदान की जाती है जिसमेें सामान्य वर्ग को 25 प्रतिशत तथा एसटी/एससी वर्ग को 35 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है।

प्रतिशत रू 35000 की सब्सिडी देती है। ये सब्सिडी नार्बाड और एमएएमसई द्वारा दी जाती है।

 

मछली पालन व्यवसाय

मछली पालन व्यवसाय से भी अच्छा लाभ प्राप्त किया जा सकता है। बाजार में मछली के मांस, तेल की बहुत मांग रहती है।

मछली पालन बिजनेस में कम खर्च पर अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है।

यदि आपके खेत में तालाब है तो आप इसे वहां शुरू कर सकते हैं और नहीं तो भी आप इसे घर पर टैंक में मछली पालन का काम शुरू कर सकते हैं।

मछली पालन बिजनेस में काफी संभावनाएं हैं। सरकार की ओर से भी मछलीपालन व्यवसाय को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

बैंकों के माध्यम से सरकार मछलीपालकों को भी के्रडिट कार्ड प्रदान कर रही है।

क्रेडिट कार्ड के जरिये मछलीपालक किसान 1.60 लाख रुपए का लोन बिना गारंटी ले सकते हैं।

वहीं क्रेडिट कार्ड से अधिकतम तीन लाख रुपए तक लोन लिया जा सकता है।

 

मधुमक्खी पालन व्यवसाय

मधुमक्खी पालन से भी किसान भाई अच्छी कमाई कर सकते हैं। ये काम खेती के काम साथ भी किया जा सकता है।

इसके लिए राज्य सरकारें अपने स्तर पर योजना के तहत इसे प्रोत्साहित करती है। मीठी क्रांति योजना के तहत कृषि विभाग या उद्यान विभाग की ओर से इसके लिए मदद दी जाती है।

कई संस्थानों द्वारा मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है। मधुमक्खी पालन के लिए किसानों को विभाग की ओर से बाक्स उपलब्ध कराएं जाते हैं।

बता दें कि मधुमक्खी बोर्ड (एनबीबी) ने नाबार्ड के साथ मिलकर भारत में मधुमक्खी पालन बिजनेस के लिए फाइनेंसिंग स्कीम भी शुरू की हैं।

रोजगार के लिए आप राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड कार्यालय में जाकर पता कर सकते हैं या वेबसाइट से जानकारी ले सकते हैं।

केंद्र सरकार मधुमक्खी पालन पर 80 से 85 प्रतिशत तक सब्सिडी देती है।

source : tractorjunction

यह भी पढ़े : स्माम किसान योजना : कृषि उपकरण पर मिलेगी 80% सब्सिडी

 

यह भी पढ़े : पीएम किसान ट्रैक्टर योजना : अब आधी कीमत पर मिलेंगे ट्रैक्टर

 

शेयर करे