खरपतवार नियंत्रण
भारतीय कृषि अनुसन्धान संस्थान ,क्षेत्रीय केंद्र , इंदौर द्वारा गेहूं फसल में बुवाई के उपरान्त खरपतवार नियंत्रण के लिए उपचार बताए हैं,
जो इस प्रकार हैं – खरपतवारनाशी का छिड़काव बुवाई के 30 -35 दिन बाद 120 -150 लीटर पानी में प्रति एकड़ फ्लैट फैन नोज़ल के द्वारा करना चाहिए।
मिश्रित खरपतवार के लिए
टोटल (सल्फोसल्फ्युरान +मेन्ट्सल्फ्युरान 16 ग्राम उत्पाद प्रति एकड़ या वेस्टा क्लोडिनोफाप +मेन्ट्सल्फ्युरान 160 ग्राम उत्पाद प्रति एकड़ या बाडवे ( सल्फोसल्फ्युरान + कार्फेन्ट्राजान ) 25 +20 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति हेक्टेयर।
संकरी पत्ती वाले खरपतवार के लिए
लीडर /सफल/फतेह (सल्फोसल्फ्युरान ) 13.5 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ या टॉपिक (क्लोडिनोफाप) 60 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़।
चौड़ी पत्ती वाले खरपतवार के लिए
2 , 4 -डी सोडियम साल्ट 400 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़ या एल्ग्रिप ( मेन्ट्सल्फ्युरान ) 4 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति हेक्टेयर या एफिनिटी ( कार्फेन्ट्राजान) 8 ग्राम सक्रिय तत्व प्रति एकड़।
यदि खेत में मिश्रित खरपतवार के साथ मकोय भी हों तो बाडवे ( सल्फोसल्फ्युरान + कार्फेन्ट्राजान ) का प्रयोग करना चाहिए।
जमाव के बाद खरपतवारनाशी का प्रयोग 2 -3 पत्ती की अवस्था पर ही करना चाहिए।
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