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अव्यवस्था और उपज का सही भाव नहीं मिलने से नाराज किसानों ने किया मंडी में हंगामा

 

1 घंटे तक बंद रही खरीद

 

नाराज किसानों ने नारेबाजी भी की और मंडी में खरीदी बंद करवा दी.

मामले की जानकारी लगते ही एसडीएम, तहसीलदार, कोतवाली टीआई सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा.

 

मध्य प्रदेश की कृषि उपज मंडियों में खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद चल रही है.

खरीद प्रक्रिया में किसी प्रकार की कोई समस्या न आए, इसके लिए सरकार ने तमाम व्यवस्थाएं की हैं.

लेकिन किसी न किसी कारण से मंडियों में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है, जिसको संभालने के लिए पुलिस और प्रशासन को लगना पड़ रहा है.

 

ताजा मामला सामने आया है राज्य की शाजापुर कृषि उपज मंडी से. यहां पर अव्यवस्था और पैदावार की सही कीमत नहीं मिलने से नाराज किसानों ने हंगामा कर दिया. बात इनती बढ़ गई कि भारी संख्या में पुलिस को बुलानी पड़ी.

मामले की गंभीरता को समझते हुए मौके पर जिले के आला अधिकारी भी पहुंचे और फिर समझा बुझाकर मामले को शांत कराया.

तब जाकर खरीद प्रक्रिया फिर से शुरू हो सकी.

 

गुरुवार को अव्यवस्थाओं और सोयाबीन की उपज का सही भाव न मिलने पर किसानों ने हंगामा कर दिया.

नाराज किसानों ने नारेबाजी भी की और मंडी में खरीदी बंद करवा दी.

मामले की जानकारी लगते ही एसडीएम, तहसीलदार, कोतवाली टीआई सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा.

 

क्या थी किसानों की नाराजगी?

छुट्टियों के चलते चार दिन बाद मंडी खुली और आज किसान बड़ी मात्रा में आलू, प्याज और सोयाबीन की फसल को लेकर आ गए.

बड़ी मात्रा में उपज आने से सोयाबीन के कम भाव व्यापारी देने लगे.

सबसे अच्छा सोयाबीन पांच हजार रुपए क्विंटल में खरीदा जाने लगा, इससे नाराज किसानों ने नारेबाजी करते हुए खरीदी बंद करा दी.

 

एक घंटे से ज्यादा चला हंगामा

मंडी में एक घंटे से ज्यादा समय तक हंगामा चला. नाराज किसानों से एसडीएम शैली कनास ने बातचीत की.

इसके बाद उन्होंने व्यापारियों और किसानों के बीच बैठक करवाई तब जाकर मामला शांत हुआ.

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