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रबी सहित इन फसलों पर देना होगा ध्यान

मई महीने में किसान नई फसलों को खेतों में लगाकर अपनी आय में इजाफा कर सकते हैं.

वहीं, इस महीने पहले की फसलों पर ध्यान देना आवश्यक है.

 

जानें मई महीने के महत्वपूर्ण कृषि कार्य

आधुनिक तरीके से खेती करने के लिए देश में किसानों के पास तमाम संसाधन उपलब्ध हैं.

उनके पास उन्नत बीज और जैविक खाद की भी कोई कमी नहीं है.

ऐसे में किसानों को ये जानना बेहद महत्वपूर्ण है कि कौन से महीने किस फसल की खेती करनी है ताकि आय बढ़ाई जा सके. अभी मई का महीना शुरू हो चुका है.

इस समय धरती, मानव, पशुपक्षियों सहित जानवरों में भी नई जान आ जाती है.

मई में खरीफ फसल की बुवाई का काम भी शुरू हो जाता है.

आज हम आपको ये बताएंगे कि मई महीने में कौन-कौन से कृषि कार्य कर सकते हैं.

 

रबी फसल को सुरक्षित करना जरुरी

मई महीने में सबसे पहले आपने जो रबी फसल काट लिया है, उसकी गहाई और सफाई करना अनिवार्य है.

इसके साथ, उन फसलों को किसी सुरक्षित जगह पर स्टोर कर देना है.

ऐसा इसलिए क्योंकि मई में प्री मॉनसून की बारिश होती है. जिससे फसल को बाहर नुकसान हो सकता है.

 

मई में इन फसलों की कर सकते हैं बुवाई

मक्के, ज्वार, लोबिया जैसे फसलों की बुवाई के लिए मई का महीना सही माना जाता है.

वहीं, इनके पैदावार के लिए आपको बुवाई के बाद हर 10-12 दिन पर सिंचाई करनी होती है.

इसके अलावा, अरबी की फसल हल्दी व अदरक की बुवाई भी मई में कर सकते हैं.

वहीं, गन्ने की जो फसल खेतों में 90 दिन पहले से लगाई गई है, उनकी सिंचाई के लिए भी ये समय उपयुक्त है.

 

केला व पपीता को भी बचाना जरुरी

मई महीने में केला और पपीता पर भी खास ध्यान देना होगा. इनके फलों को तेज धूप से बचाना जरुरी है.

इसके लिए आप उन्हें पत्तियों व बोरों से ढक सकते हैं. वहीं, इसी समय कद्दू जैसे फसलों की निराई, गुड़ाई और सिंचाई भी की जाती है.

इसके अलावा मई में तरबूज, ककड़ी और खरबूजा को कीट से बचाना भी जरुरी है. वहीं, जो फल तैयार हो चुके हैं,उन्हें तोड़ लें.

इसके अलावा, अगर हम पेड़ों की बात करें तो मई में सागौन, महुआ और शीशम जैसे पौधों का बीज बोने का सही समय है.

इनकी बुवाई के बाद नियमित रूप से इनकी सिंचाई करते रहना है.

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