हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

फ़सली अवशेषों (नरवाई) से बनेगा कोयला

 

एमपी के होशंगाबाद में लगेगा पायलेट प्रोजेक्ट

 

मध्यप्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार खेती-किसानी को लाभ का धंधा बनाने के लिये कृत-संकल्पित है।

इसके लिये सभी आवश्यक उपाय और प्रावधान किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि फ़सली अवशेषों (नरवाई) से प्रदेश में कोयला बनाया जाएगा।

इसका पायलेट प्रोजेक्ट होशंगाबाद में प्रारंभ होगा। पटेल ने इस संबंध में बुधवार को मंत्रालय में बैठक आहूत कर अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये।

 

किसानो को होगा आर्थिक लाभ 

बैठक में पटेल ने कहा कि नरवाई से कोयला बनने पर जहाँ एक ओर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर किसानों को आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।

बैठक में बताया गया कि बिजली और गैस की तुलना में कोयले से प्राप्त होने वाली ऊर्जा सस्ती होगी। किसानों को नरवाई को जलाने से मुक्ति मिलेगी। किसानों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण में मदद मिलेगी।

 

पटेल ने बताया कि पायलेट प्रोजेक्ट होशंगाबाद में लगाया जाएगा। बेहतर परिणाम मिलने पर इसे प्रदेश स्तर पर क्रियान्वित किया जाएगा।

 

यह भी पढ़े : एक गाय के गोबर व गोमूत्र से तैयार हो रही छह एकड़ की खेती

शेयर करे