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जल्दी होना है अमीर तो करें इस चीज की खेती

हो जाएंगे मालामाल

 

अदरक का उपयोग दवाई, सौंदर्य सामग्री और मसाले के रूप में किया जाता रहा है.

साथ ही अदरक से स्वादिष्ट अचार भी बनाया जाता है.

 

किसान ज्यादातर अभी भी परंपरागत खेती में ही विश्वास करते हैं.

उन्हें लगता है कि धान, गेहू और दलहन जैसी फसलों की खेती कर ही वे ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं.

लेकिन अब किसानों को इस भ्रम से बाहर निकलना चाहिए, क्योंकि परंपरागत फसलों के अलावा भी कई अन्य तरह की खेती भी है जिससे आप मालामाल हो सकते हैं.

साथ ही सरकार इनकी खेती करने पर सब्सिडी भी देती है.

ऐसे में अदरक की खेती किसानों के लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है.

अदरक की खेती खासियत है कि इसमें कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है.

 

अदरक का उपयोग

अदरक मुख्य रूप से उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र की फसल है.

अदरक का उपयोग प्राचीन काल से मसाले, ताजी सब्जी और औषधि के रूप में किया जाता रहा है.

अब अदरक का उपयोग सजावटी पौधे के रूप में भी किया जाने लगा है.

भारत में अदरक की खेती का क्षेत्रफल 136 हजार हेक्टेयर है. यह भारत विदेशी मुद्रा का एक प्रमुख स्रोत है.

भारत दुनिया में उत्पादित आधे अदरक की आपूर्ति करता है.

भारत में हल्की अदरक की खेती मुख्य रूप से केरल, उड़ीसा, असम, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में की जाती है.

 

अदरक मसाले के रूप में

अदरक का उपयोग दवाई, सौंदर्य सामग्री और मसाले के रूप में किया जाता रहा है.

साथ ही अदरक से स्वादिष्ट अचार भी बनाया जाता है.

वहीं, सर्दी और खांसी होने पर अदरक की चाय पीने से आदमी स्वस्थ हो जाता है.

इसके अलावा अदरक का उपयोग सोंठ के रूप में किया जाता है.

इसी तरह कच्चा अदरक और सोंठ का प्रयोग चटनी, जेली, सब्जी, शर्बत, लड्डू और चाट में भी मसाले के रूप में किया जाता है.

 

कब करें इसकी खेती

अदरक की खेती गर्म और आर्द्र स्थानों में की जाती है.

अदरक के प्रकंद बनने के लिए बुवाई के समय मध्यम वर्षा की आवश्यकता होती है.

इसके बाद पौधों की वृद्धि के लिए थोड़ी और बारिश की आवश्यकता होती है और इसकी खुदाई से एक महीने पहले शुष्क मौसम की आवश्यकता होती है.

1500-1800 मिमी वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में अच्छी उपज के साथ इसकी खेती की जा सकती है.

लेकिन उचित जल निकासी के बिना स्थानों में कृषि को भारी नुकसान होता है.

 

उपज और कितना फायदा होगा

खास बात यह है कि अदरक की खेती छोटी जोत वाले किसान भी आसानी से कर सकते हैं.

इसकी फसल को तैयार होने में 7 से 8 महीने में लग जाते हैं.

आप प्रति हेक्टेयर 15 से 20 टन अदरक प्राप्त कर सकते हैं.

ऐसे में सारी लागत निकालने के बाद किसानों को अदरक की खेती से प्रति हेक्टेयर करीब दो लाख रुपये का फायदा हो जाता है.

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