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मोदी सरकार किसानों के लिए खोलेगी खजाना

 

मिलेगा 18 लाख करोड़ रुपए का लोन

 

नए साल 2022 की शुरुआत में किसानों के लिए लगातार अच्छी खबरें आ रही है।

अब नई खबर यह है कि किसानों को साल 2022 में पहले से ज्यादा सरकार की ओर से कृषि ऋण दिया जाएगा।

किसानों की आय दोगुनी करने के लिए संकल्पबद्ध मोदी सरकार आगामी कृषि बजट में कृषि ऋण का लक्ष्य 18 लाख करोड़ रुपए कर सकती है।

ट्रैक्टरफर्स्ट की इस पोस्ट में आपको आम बजट 2022-23 में कृषि ऋण लक्ष्य के बारे में बताया जा रहा है तो बने रहिए ट्रैक्टरफर्स्ट के साथ।

 

आम बजट 2022-23 : कृषि कर्ज का लक्ष्य 18 लाख करोड़ रुपए करने की संभावना

केंद्र की मोदी सरकार का आम बजट 2022-23 एक फरवरी को पेश किया जाना प्रस्तावित है।सरकार हर साल कृषि लोन के लक्ष्य को बढ़ा रही है।

मीडिया में प्रकाशित विभिन्न रिपोट्र्स के अनुसार कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र सरकार आम बजट में कृषि कर्ज का लक्ष्य बढ़ाकर 18 लाख करोड़ रुपए कर सकती है।

चालू वित्त वर्ष में कृषि लोन का लक्ष्य 16.5 लाख करोड़ रुपए है। 

 

फसल ऋण लक्ष्य के साथ कृषि ऋण भी होता है निर्धारित

मीडिया में प्रकाशित रिपोट्र्स के अनुसार जनवरी के आखिरी हफ्ते में आम बजट आंकड़ों को अंतिम रूप देते समय कृषि ऋण का लक्ष्य तय किया जा सकता है।

आपको बता दें कि केंद्र सरकार प्रतिवर्ष बैंकिंग क्षेत्र के लिए फसल ऋण लक्ष्य सहित वार्षिक कृषि ऋण निर्धारित करती है।

बीत कुछ वर्षों के दौरान कृषि ऋण में लगातार वृद्धि हुई है, जो प्रत्येक वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य से अधिक रहा है।

वित्तीय वर्ष 2017-18 में किसानों के लिए 10 लाख करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जबकि किसानों को लोन 11.68 करोड़ रुपए का दिया गया, जो लक्ष्य से ज्यादा है।

इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2016-17 में 9 लाख करोड़ रुपए के ऋण लक्ष्य निर्धारित किए गए थे लेकिन किसानों को 10.66 लाख करोड़ रुपये के फसल ऋण वितरित किए गए।

 

किसानों को कम ब्याज दर पर सस्ता लोन देने का प्रयास

 2011 की जनगणना के अनुसार देश की दो तिहाई से ज्यादा आबादी गांवों में निवास करती है और कृषि कार्य से देश की 49 फीसदी आबादी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई है।

अगर कृषि क्षेत्र से ज्यादा उत्पाद हासिल करना है तो किसानों को समय-समय पर ऋण उपलब्ध कराना होगा।

केंद्र की मोदी सरकार व अधिकांश राज्य सरकारें किसानों को सस्ती ब्याज दर पर कई तरह के लोन उपलब्ध करा रही है।

कृषि ऋण लक्ष्य में वृद्धि से किसानों को संस्थागत ऋण मिलेगा। इससे किसानों को गैर संस्थागत स्त्रोतों से महंगा लोन लेने की आवश्यकता नहीं होगी।

सामान्यत: कृषि ऋण पर 9 प्रतिशत की ब्याज दर निर्धारित है, लेकिन सरकार सस्ती दर पर अल्पकालीन फसल ऋण उपलब्ध कराने और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद के लिए ब्याज में राहत प्रदान करती है।

 

समय पर कृषि ऋण चुकाने वाले किसानों को मिलती है तीन प्रतिशत की राहत

केंद्र सरकार किसानों को 3 लाख रुपए तक का अल्पकालीन कृषि ऋण पर 9 प्रतिशत ब्याज दर पर उपलब्ध कराती है। इस ब्याज पर सरकार शुरू में ही 2 प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी देती है जिससे ब्याजदर 7 प्रतिशत वार्षिक के हिसाब निर्धारित होती है।

अगर किसान देय तिथि के अंदर ऋणों की अदायगी कर देता है तो उसे 3 प्रतिशत का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाता है, जिससे बयाज दर चार प्रतिशत हो जाती है।

यदि सरकार आम बजट 2022-23 में कृषि ऋण लक्ष्य में वृद्धि करती है तो इससे किसानों को पहले से ज्यादा लोन मिल सकेगा।

यहां आपको बता दें कि छोटे और सीमांत किसानों को बिना गिरवी रखे कृषि ऋण की सीमा अब 1.60 लाख रुपए निर्धारित है।

 

जानें, भारत में कृषि लोन के प्रकार

भारत में किसानों को विभिन्न बैंकों व अन्य एजेंसियों की ओर से कृषि ऋण उपलब्ध कराया जाता है।

कृषि लोन को सामान्यत: 3 प्रकार में बांटा जा सकता है। 

  1. अवधि के आधार पर
  2. उपयोग के आधार पर
  3. अन्य प्रकार के लोग

 

भारत में अवधि के आधार पर कृषि ऋण 

भारत में अवधि के आधार पर कृषि लोन को सामान्यत: दो भागों में बांटा जा सकता है। 

1. फसल लोन/किसान क्रेडिट कार्ड : केसीसी किसानों के बीच बहुत अधिक लोकप्रिय है और इसमें किसानों को 3 लाख रुपए तक का लोन न्यूनतम ब्याज दर पर मिलता है।

इस लोन की राशि का उपयोग किसान फसलों की बुवाई, कटाई, कृषि उपकरण आदि में कर सकता है। इसके माध्यम से किसान अपनी दैनिक कृषि आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकता है।

 

2. कृषि टर्म लोन : इस लोन में 48 महीनों की दीर्घ अवधि का लोन शामिल है। लोन राशि का उपयोग नई मशीनरी खरीदने, मौजूदा मशीनरी को अपडेट करने, सौर ऊर्जा आदि में किया जाता है। किसान मासिक किश्त के माध्यम से लोन चुका सकते हैं।

 

उपयोग के आधार पर कृषि ऋण 

भारत में उपयोग के आधार पर कृषि ऋण को सामान्यत: तीन प्रकारों में वगीकृत किया जा सकता है। 

1. फार्म मशीनरी लोन : कृषि मशीनरी खरीदने के लिए बैंक यह लोन प्रदान करते हैं। इस लोन राशि का उपयोग पुरानी मशीनरी की मरम्मत या अपडेट करने में भी किया जा सकता है।

फार्म मशीनरी लोन में ट्रैक्टर लोन, हार्वेस्टर लोन आदि शामिल है। 

2. सोलर पंप सेट लोन : यह एक दीर्घ अवधि का लोन है जिसे 10 साल के लिए किसानों को दिया जाता है।

यह लोन लघु सिंचाई परियोजनाओं के लिए फोटो वोल्टाइक पंपिंग सिस्टम खरीदने के लिए दिया जाता है। 

3. संबद्ध कृषि गतिविधियों के लिए लोन : यह लोन किसानों की वर्किंग कैपिटल की आवश्यकताओं को पूरा करता है।

किसान इससे कृषि संबंधित गतिविधियों में अल्पकालीन निवेश की आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है।

 

अन्य लोन प्रकार

अन्य लोन प्रकार में बागवानी लोन, कृषि गोल्ड लोन, फॉरेस्टी लोन आदि शामिल है।

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