हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
WhatsApp Group Join Now

MP Agriculture News: फसल कटाई का समय है, किसान इन बातो का ध्यान रखे

 

नहीं होंगी दुर्घटनाएं

 

कृषि वैज्ञानिकों रबी फसल की इस कटाई के सीजन में किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है।

 

रबी फसलों में चना, मसूर, गेहूं आदि की कटाई, थ्रेसिंग कार्य चल रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों की ओर से किसानों को सलाह दी गई है।

वैज्ञानिकों ने किसानों से कहा है कि इस समय फसल सुरक्षा के लिए विशेष सावधानियां रखी जाएं।

कटी हुई फसलों को बिजली के तारों के नीचे, ट्रांसफार्मर के पास, सड़क के किनारे ढेर न लगायें। जिससे दुर्घटना एवं आगजनी न हो सके।

साथ ही फसल की थ्रेसिंग करते समय स्वयं की, श्रमिकों की एवं जन सामान्य को भी असुविधा न हो, इसलिए एकदम सड़क किनारे के खेतों में थ्रेसिंग न करें।

जिससे सड़कों पर डस्ट, बारीक भूसा जमा होकर वाहन दुर्घटना भी न हो तथा थ्रेसिंग कार्य में संलग्न व्यक्तियों को समय-समय पर आराम कराते हुए चौकन्ने होकर ही सावधानीपूर्ण थ्रेसिंग करें।

 

लापरवाही न करें

बीजोत्पादन के लिए थ्रेसर की गति 400-500 आरपीएम प्रति घंटा रखें। थ्रेसर चालक हमेशा वहां मौजूद रहे जिससे थ्रेसर के चालन स्थिति में कोई दुर्घटना न हो सके।

थ्रेसर पर कार्य करने वाले व्यक्ति ढीले कपड़े, गले में तोलिया, अंगोछा न डालें तथा धूम्रपान कतई न करें।

बतौर सुरक्षा एवं सतर्कता के लिए नजदीक में ही पानी का टैंक तथा रेत रखें, जिससे कोई घटना न हो सके।

किसान जब तक फसल सुरक्षात्मक तरीके से भंडारण नहीं कर लेते, तब तक लापरवाही न करें और सुरक्षात्मक तरीके से रबी फसलों की कटाई उपरांत संसाधान क्रिया कराएं।

नजदीकी विद्युत विभाग एवं आपदा प्रबंधन के कार्यालय तथा उनके अधिकारियों का संपर्क नम्बर जरूर रखें।

 

स्ट्रारीपर का उपयोग अनिवार्य

जिन क्षेत्रों में कम्बाइन हार्वेस्टर से फसल की कटाई की जाती हैं, वहां हार्वेस्टर के साथ स्ट्रारीपर के उपयोग को अनिवार्य किये जाने एवं रीपर कम्बाइन्डर के उपयोग को बढ़ावा दिये जाने के निर्देश दिए गए हैं।

उक्त निर्देशों के परिपालन में कृषकों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए उपयोगी मशीने जैसे हैप्पी सीडर, जीरो ट्रिल सीड ड्रिल, रिमर्सिवल प्लाऊ. स्ट्रारीपर रेक, वेलर एंव ग्रेडर आदि यंत्रों को कृप करने के लिये प्रेरित किए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

इस कदम से गर्मियों में लगने वाली आग की दुर्घटनाओं से होने वाले जन-धन के नुकसान पर भी प्रभावी नियंत्रण किया जा सकता है।

ऐसे क्षेत्रों में जहां कम्बाइन हार्वेस्टर से गेंहू की फसल कटाई की जा रही है वहां पर हार्वेस्टर के साथ स्ट्रारीपर के उपयोग को भूसा बनाने हेतु अनिवार्य किया गया है।

बिना स्ट्रारीपर के हार्वेस्टर से फसल कटाई पर पूर्णतः प्रतिबंध है।

source : naidunia

यह भी पढ़े : PM Kisan : eKYC की आखिरी तारीख एक बार फिर बढ़ाई गई

 

यह भी पढ़े : पीएम किसान सम्मान निधि राशि का भुगतान आधार से लिंक खातों में ही होगा

 

शेयर करे