हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

तिलहन की इन चार फसलों का तेल बिकता है बहुत महंगा

बन जाएंगे करोड़पति

 

तिलहनों की इन फसलों की खेती से होगा मोटा मुनाफा, बीज तो बीज कूड़े का भी होगा बेहतर इस्तेमाल…

 

भारत को तिलहनों के लिए एक बड़ा बाजार माना जाता है.

इसके साथ ही खाद्य तेल की खपत अधिक मात्रा में की जाती है और बड़े पैमाने पर तिलहनों का उत्पादन भी भारत में ही किया जाता है.

इतना ही नहीं भारत का खाद्य तेल अंतर्राष्ट्रीय बाजार की मांग को पूरा करता है. जिसके लिए भारत से निर्यात भी किया जाता है.

 

तिहलन के हर एक हिस्से का उपयोग

बता दें कि तिलहन की खास बात यह है कि इसका कोई भी हिस्सा कचरे में नहीं फेंका जाता है.

 तिलहन के बीज से तेल निकाला जाता है, तो वहीं बचे हुए हिस्से को पशुओं के चारे के लिए उपयोग में लाया जाता है.

इसके साथ ही तिलहन की पत्तियों को भी चारे के तौर पर पशुओं को दिया जाता है.

जिससे किसानों को तेल तथा पशुओं के लिए चारा दोनों मिल जाता है और इससे किसान की आमदनी भी अच्छी हो जाती है.

आज हम इस  लेख के माध्यम उन तिलहनी फसलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी खेती कर आप भी मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.

 

तिल की खेती

तिल के दानें व तेल भारत में पूजा पाठ की सामग्री के रुप में इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही यह पौषक तत्वों से भरपूर होता है.

इसलिए मांग अधिक होने के कारण बाजार में इसकी कीमत भी अधिक है.

तिल की खेती अक्सर मानसून के दौरान खरीफ के सीजन में की जाती है.

भारत को तिल का सबसे बड़ा उत्पादक देश माना जाता है. इसका इस्तेमान दवा व इत्र के लिए भी किया जाता है.

इसकी खेती से आप मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.

मूंगफली की खेती

सर्दियां आते ही बाजार में मूंगफली की मांग बहुत ज्यादा रहती है.

बता दें कि मूंगफली का प्रयोग तेल और तेल की खली व सूखे मेवे के लिए किया जाता है.

इसके अलावा मूंगफली के कई प्रकार के व्यंजन भी बनाएं जाते हैं, साथ ही मूंगफली में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं.

 मूंगफली की खेती आमतौर पर खरीफ सीजन में की जाती है, लेकिन देश के कुछ हिस्सों में इसकी खेती रबी सीजन में भी होती है.

तो बाजार में इसकी इतनी अधिक मांगे से आप भी मूंगफली की खेती के जरिए मोटी कमाई कर सकते हैं.

 

अलसी की खेती

अलसी भी भारत की तिलहनी फसलों में से एक है. इसका उपयोग खाद्य तेल के अलावा प्रिंटिंग स्याही, वार्निश, पेंट आदि में किया जाता है.

भारत में अधिकतर लोग इसका सेवन बीज के रूप में ही करते हैं.

खास बात यह है कि अलसी की खेती भारत में जैविक तरीके से की जाती है. साथ ही अच्छे उत्पादन के बाद इसे निर्यात किया जाता है.

 

सरसों की खेती

सरसों का तेल सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक माना जाता है. भारत में सरसों का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाता है.

सरसों के पत्तों को साग के तौर पर सेवन में लाया जाता है, साथ ही इसके बीज से तेल निकाला जाता है, जोकि इसके स्वाद का जायका और बढ़ा देता है.

भारत में अधिकतर घरों में सरसों के तेल का इस्तेमाल किया जाता है. इसी को देखते हुए इसकी खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है.

यह भी पढ़े : दुधारू पशु खरीदने के लिए एसबीआई बैंक देगा लोन

 

यह भी पढ़े : समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार एवं बाजरा बेचने के लिए किसान करें पंजीयन

 

शेयर करें