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भारी बारिश से तबाह हुई प्याज की फसल

 

जल्द बढ़ सकती है कीमतें

 

भारत में प्याज का कुल उत्पादन 2 करोड़ 25 लाख से 2 करोड़ 50 लाख मीट्रिक टन सालाना के बीच है.

देश में हर साल कम से कम 1.5 करोड़ मीट्रिक टन प्याज बेची जाती है.

करीब 10 से 20 लाख मीट्रिक टन प्याज स्टोरेज  के दौरान खराब हो जाती है.

 

चक्रवाती तूफान ताउते इस समय जमकर तबाही मचा रहा है. इस तूफान का असर अब फसलों पर भी नजर आने लगा है.

उत्‍तर प्रदेश और बिहार में भी इस तूफान का काफी बुरा प्रभाव देखा गया है. बताया जा रहा है कि इस तूफान की वजह से यूपी और बिहार के उन किसानों को गहरी चोट पहुंची है जिन्‍होंने बड़ी उम्‍मीदों के साथ प्‍याज की फसल बोई थी.

 

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लॉकडाउन के जख्‍म पर ताउते ने छिड़का नमक

चक्रवाती तूफान ताउते ने प्याज की फसल को तबाह कर दिया है. यूपी और बिहार में तो प्याज की तैयार फसल पानी मे डूब गई है. इसकी वजह से प्याज खेतों में सड़ जाने की संभावना है.

खसतौर पर सब्जी उगाने वाले किसान पहले कोरोना लॉकडाउन की वजह से परेशान थे और बारिश ने उनके अरमानो पर पानी फेर दिया है.

बेमौसम बारिश की वजह से इस साल प्याज महंगा हो सकता है.

 

गोरखपुर के किसान भरत मौर्य ने कहा, ” सबसे ज्यादा दुख वाली बात ये है कि प्याज पूरी तरह से तैयार होने के बाद बारिश का शिकार हो गई.

सरकार कोई मुआवजा तो देती नहीं है, सब कुछ किसान को ही सहना है. जब सब किसानों का प्याज सड़ जायेगा तो इसकी महंगाई तो आ ही सकती है.

हले लॉकडाउन की वजह से बाजार बंद होने के कारण सब्जियां नहीं बिक रही थीं और अब बारिश ने फसल ही चौपट कर दी.

 

महाराष्‍ट्र के किसानों के लिए राहत

उधर, प्याज उत्पादक संघ महाराष्ट्र के संस्थापक अध्यक्ष भारत दिघोले ने बताया कि उनके यहां काफी किसानों ने बारिश से पहले खेतों से प्याज निकाल लिया है. कुछ लोगों का ही नुकसान हुआ है.

कर्नाटक में प्याज थोड़ा लेट जून जुलाई तक होता है इसलिए वहां आंशिक नुकसान है. लेकिन कई राज्यों में जहां प्याज मई में निकलती है वहां किसानों के नुकसान की भरपाई करना मुश्किल है.

 

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भारत में कितना होता है प्याज उत्पादन

भारत में प्याज का कुल उत्पादन 2 करोड़ 25 लाख से 2 करोड़ 50 लाख मीट्रिक टन सालाना के बीच है.

देश में हर साल कम से कम 1.5 करोड़ मीट्रिक टन प्याज बेची जाती है. करीब 10 से 20 लाख मीट्रिक टन प्याज स्टोरेज  के दौरान खराब हो जाती है.

नेशनल हर्टिकल्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन (NHRDF) के मुताबिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, बिहार, गुजरात और राजस्थान इसके बड़े उत्पादक प्रदेश हैं.

 

किन राज्‍यों में सबसे ज्‍यादा उत्‍पादन

  • महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, यूपी, बिहार, गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान इसके बड़े उत्पादक हैं.
  • देश में सालाना प्याज उत्पादन औसतन 2.25 से 2.50 करोड़ मीट्रिक टन के बीच है.
  • हर साल कम से कम 1.5 करोड़ मीट्रिक टन प्याज बेची जाती है.
  • करीब 10 से 20 लाख मीट्रिक टन प्याज स्टोरेज के दौरान खराब हो जाती है.
  • औसतन 35 लाख मीट्रिक टन प्याज एक्सपोर्ट (Export) की जाती है.
  • 2020-21 में इसका उत्पादन (Onion Production) 26.09 मिलियन टन होने का अनुमान है.
  • इस साल यानी 2020-21 में 15,95,000 हेक्टेयर में इसकी खेती हुई है.

 

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