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मशरूम को प्रोसेस्ड कर बना सकते हैं ये प्रोडक्ट

 

होगी अच्छी कमाई, बाजार में है काफी मांग

 

देश में मांग बढ़ने से उत्पादन भी बढ़ा है. अब बाजार में आपको आसानी से मशरूम मिल जाता है.

लेकिन देश का एक बड़ा हिस्सा आज भी हर मौसम में मशरूम नहीं खा पाता है. वहां इसकी उपलब्धता नहीं रहती.

 

आज बड़ी संख्या में किसान मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं. पारंपरिक खेती के मुकाबले कई गुना अधिक कमाई होने के कारण मशरूम की खेती किसानों को लुभाने लगी है.

किसान अब मशरूम से तरह-तरह के उत्पाद बनाकर बेच सकते हैं, जिससे उनकी कमाई भी बढ़ेगी.

समय-समय पर कृषि विज्ञान केंद्रों और अलग-अलग कृषि विश्वविद्यालयों में इस पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराया जाता है.

जहां पर किसान जाकर ट्रेनिंग ले सकते हैं और अपनी कमाई बढ़ाने में उसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

 

मशरूम अब हमारे खान-पान का हिस्सा बन गया है. पिछले 60 सालों से देश में मशरूम का उत्पादन हो रहा है.

मशरूम में मौजूद, प्रोटीन, विटामिन, रेशे, आयरन, जिंक और पौटैशियम जैसे अन्य पौष्टिक तत्व हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरी करते हैं, जिनसे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और हमें बीमारियों से सुरक्षा मिलती है.

लेकिन इसके लिए मशरूम का नियमित सेवन जरूरी है.

 

छोटे बाजारों तक पहुंच रहा प्रोसेस्ड मशरूम

देश में मांग बढ़ने से उत्पादन भी बढ़ा है. अब बाजार में आपको आसानी से मशरूम मिल जाता है. लेकिन देश का एक बड़ा हिस्सा आज भी हर मौसम में मशरूम नहीं खा पाता है.

वहां इसकी उपलब्धता नहीं रहती. इस कारण उन इलाकों में मशरूम के सूखे या पैकेट में मिलने वाले रूप का इस्तेमाल किया जाता है.

पैकेट में या सूखा कर आप तक पहुंचने वाला मशरूम दरअसल प्रसंस्कृत यानी प्रोसेस्ड होता है.

 

प्रोसेसिंग के जरिए खाद्य पदार्थों को कई रूप में इस्तेमाल के लायक बनाया जाता है. वहीं इस विधि से उत्पादों को लंबे वक्त तक खाने लायक बनाया जाता है. मशरूम के प्रोसेस्ड उत्पादों को उन इलाकों में पहुंचाया जाता है, जहां इसकी उपलब्धता नहीं होती. वहीं जहां उपलब्धता है, वहां यह आसानी से लोगों को हर समय मिल सके, इसके लिए भी प्रोसेस्ड प्रोडक्ट बनाया जाता है.

 

तमाम पोषक तत्वों से भरपूर मशरूम लंबे समय तक खाने लायक नहीं रह पाता है. इसी कारण से इसे प्रसंस्कृत करने की जरूरत पड़ती है.

मशरूम में 85 से 90 फीसदी तक पानी होता है, जिस कारण यह जल्दी खराब हो जाता है.

इस कारण मशरूम उत्पादकों को कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है.

 

प्रोसेसिंग से बन रहे ये प्रोडक्ट्स

  • मशरूम पाउडर
  • मशरूम से बने कुकीज
  • मशरूम पापड़
  • मशरूम आचार
  • मशरूम की बड़िया
  • मशरूम के चिप्स

 

खराब होने से बचाने के लिए करें ये काम
  • मशरूम की तुड़ाई करते समय फलन को हल्के हाथ से घुमाकर निकालें.
  • मशरूम को काटते समय मिट्टी लगी जड़ को चाकू से काटें.
  • कटे हुए मशरूम को 0.025 प्रतिशत पोटैशियम मैटाबाइसल्फाइट के घोल में भिगोएं.
  • भिगाने के बाद पंखा की हवा में सूखा दें.
  • पैकिंग करते समय पैकेट में छेद करें. बाजार में भेजने वाले पैकेट में पांच प्रतिशत छेद करें.

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