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यह है जुलाई माह के अति आवश्यक प्रमुख कृषि कार्य

प्रमुख कृषि कार्य

 

गर्मी के बाद जुलाई-अगस्त में कृषि कार्य बढ़ जाते हैं जानिए किसानों के लिए कौन-कौन से कृषि कार्य इन दोनों महीनों में आवश्यक है.

 

जून के अंतिम सप्ताह से लेकर 15 जुलाई तक खरीफ फसलों की बुवाई का कार्य लगभग पूरा हो जाता है।

फसलों में सोयाबीन धान व अन्य फसलों की देखरेख संबंधी प्रमुख कृषि कार्य क्या क्या है जानिए।

 

सोयाबीन

जुलाई माह की शुरुआत में 4 इंच बारिश होने के पश्चात ही सोयाबीन की बुवाई करें।

सोयाबीन की बुवाई के पूर्व बीज उपचार जरूर करें।

कृषि वैज्ञानिकों सोयाबीन के अधिक उत्पादन के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा अनुशंसित सोयाबीन बोएं।

 

धान फसल

धान की मध्‍यम व देर से पकने वाली प्रजाति‍यों की रोपाई जुलाई महीने के पहले पखवाडे में, शीघ्र पकने वाली कि‍स्‍मों की रोपाई दूसरे पखवाडे में तथा सुगन्‍धि‍त कि‍स्‍मों की रोपाई अन्‍ति‍म पखवाडे मे कर दें।

धान की रोपाई से पूर्व 25 कि‍ग्रा / हैक्‍टेअर की दर से जि‍ंक सल्‍फेट खेत में मि‍ला दें परन्‍ते ध्‍यान रखें कि‍ फास्‍फोरस वाले उर्वरकों के साथ जि‍ंक सल्‍फेट कभी भी ना मि‍लाऐं।

धान में खैरा रोग के लक्षण दि‍खाई देने पर प्रति‍ हैक्‍टेयर 5 कि‍ग्रा जि‍ंक सल्‍फेट व 2.5 कि‍ग्रा चूना 800 लि‍टर पानी में घोलकर छि‍डकाव करें।

 

सब्‍जि‍यॉं

भि‍ण्‍डी, सेम, लोबि‍या, चौलाई तथा कद्दू वर्गीय सब्‍जि‍यों की नि‍म्‍न प्रजाति‍यों की बुआई करे।

  • लोबिया – पूसा सुकोमल
  • लौकी – पूसा नवीन, पूसा संतुष्‍टि‍, पूसा हाईब्रि‍ड 3
  • करेला – पूसा दोमौसमी, पूसा औषधि‍, पूसा हाईब्रि‍ड 2
  • चि‍कनी तोरई – पूसा स्‍नेहा
  • धारीदार तोरई – पूसा नूतन
  • पेठा – पूसा उज्‍जवल, पूसा उर्मी, पूसा श्रेयाली

 

अरहर

अरहर की उन्‍नत कि‍स्‍मों की बूआई करें।

  • एक हैक्‍टेयर क्षेत्र के लि‍ए 10 से 15 कि‍लो बीज की आवश्‍यकता होगी।
  • राइजोबि‍यम कल्‍चर से उपचारि‍त बीज 60 -75 X 15-20 सेमी की दूरी पर बोऐं।
  • अरहर की प्रमुख कि‍स्‍मे: पूसा 991, पूसा 992, पूसा 2001 व पूसा 2002 है।
  • उपरोक्‍त सभी कि‍स्‍में 140 से 145 दि‍न मे पक जाती है जो दोहरे फसल चक्र के लि‍ए उपयुक्‍त है।

 

बाजरा

बाजरे की बूआई 15 जुलाई के बाद पूरे माह की जा सकती है।

  • एक हैक्‍टेयर क्षेत्र के लि‍ए 4 से 5 कि‍लो बीज की आवश्‍यकता होगी।
  • बाजरे की प्रमुख कि‍स्‍मे : पूसा 322, पूसा 23 है।
  • (पूसा कृषि‍ पंचाग, भा.क्अनू.सं.)

 

सब्‍जि‍यॉं के लिए प्रमुख कार्य यह है
  • गोभी की पूसा शरद,पूसा हाईब्रि‍ड 2 प्रजाति‍ की नर्सरी तैयार करें।
  • अगेती गाजर जैसे पूसा वृष्‍टि‍ कि‍स्‍म की बुआई आरम्‍भ कर सकते हैं।
  • कद्दू वर्गीय सब्‍जि‍यों में मचान बनाकर उस पर बेल चढाने से उपज में वृद्धि‍ होगी व स्‍वस्‍थ्‍य फल बनेंगें।
  • बैंगन में थि‍रम 3 ग्राम या कैप्‍टान 3 ग्राम या कार्बेन्‍डाजि‍म 2 ग्राम प्रति‍ कि‍लोग्राम बीज की दर से उपचारि‍त करके बुआई करने से फोमाप्‍सि‍सं अंगमारी व फल वि‍गलन की रोकथाम करें।

 

फल फसलों के लिए कृषि कार्य
  • तराई क्षेत्रों में आम के पौधों पर गांठ बनाने वाले कीडे गॉल मेकर की रोकथाम के लि‍ए मोनोक्रोटोफॉस 0.5% या डाईमेथेएट 0.06% दवा का छि‍डकाव करें।
  • आम के पौधों पर लाल रतुआ एवं श्‍यामवर्ण (एन्‍थ्रोक्‍नोज ) की बीमारी पर कॉपर ऑक्‍सीक्‍लोराइड 0.3% दवा का छि‍डकाव करें।
  • नींबू वर्गीय फलों में रस चूसने वाले कीडे आने पर मेलाथि‍यान 2 मि‍ली/ लीटर पानी में घोलकर छि‍डकाव करें।
  • पपीता के पौधों पर फूल आने के समय, 2 मि‍ली सूक्ष्‍म तत्‍वों को एक लि‍टर पानी में घोलकर छि‍डकाव करें।

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