उचित भंडारण सुविधा
किचन गार्डनिंग विषय पर आयोजित प्रशिक्षण शिविर में सब्जी फसलों के बारे में दी गई पूरी जानकारी, वैज्ञानिकों ने किसानों को दी मशरूम उत्पादन की सलाह.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रशिक्षण व शिक्षा संस्थान द्वारा किचन गार्डनिंग पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया.
संस्थान के सह-निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. अशोक गोदारा ने कहा कि सब्जी फसलों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में मशीनीकरण और मूल्यवर्धन की खास भूमिका है.
किसानों के खेत में पैदा होने वाली लगभग 30 प्रतिशत सब्जियां उचित भंडारण सुविधाओं के अभाव में खराब हो जाती हैं.
प्रशिक्षण में देश के अलग-अलग राज्यों के 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.
कृषि विशेषज्ञ डॉ. सुरेन्द्र ने किचन गार्डन में मौसमी सब्जियों की कास्त करने, घर के भीतर खाली पड़ी भूमि में क्यारियां बनाकर सब्जी का उत्पादन करने और घर के कूड़े का कम्पोस्ट खाद बना कर प्रयोग करने के बारे में जानकारी दी.
किसानों की आय बढ़ाने के लिए जानकारी
कृषि वैज्ञानिक डॉ. हरदीप सिंह ने घर में सब्जी की क्यारी बनाने के लिए समस्या ग्रस्त भूमि व खारे पानी का सुधार करने के बारे में जागरूक किया.
मिट्टी व पानी के नमूने लेते समय सावधानी बरतने की सलाह दी.
डॉ. दविंदर सिंह ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए नर्सरी तकनीक के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने प्रतिभागियों को नर्सरी व प्लास्टिक ट्रे में बीजरोपण करके पौधे तैयार करने की विधि और प्रो-ट्रे नर्सरी तैयार करने के बारे में बताया.
मशरूम उत्पादन के लिए प्रेरित किया
वैज्ञानिक डॉ. डीके शर्मा ने किसानों को भंडारण सुविधाओं को अपनाने और सब्जियों से मूल्य संवर्धित उत्पाद बनाने की सलाह दी.
उन्होंने बताया कि विभिन्न सब्जियों से अचार, चटनी, मुरब्बा, सॉस, चिप्स आदि बनाये जा सकते हैं.
डॉ. सतीश मेहता ने किचन गार्डनिंग के साथ-साथ मशरूम उत्पादन करने के लिए भी प्ररित किया.
लाभकारी और हानिकारक कीड़ों में अंतर
डॉ. भूपेंद्र ने किचन गार्डनिंग की सब्जियों में कीड़ों के नियंत्रण के बारे में जानकारी दी.
लाभकारी और हानिकारक कीड़ों के बीच अंतर बताया. बताया कि किसान अपनी फसलों में लाभकारी व हानिकारक कीड़ों की पहचान करके उनका उचित प्रबन्ध कर सकते हैं.
डॉ.निर्मल ने बताया कि सब्जियों की कास्त करके अन्य फसलों के मुकाबले किसान ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं.
रसायनों का नियंत्रित इस्तेमाल करें
डॉ. नरेश कुमार ने सब्जियों की फसलों को ठंड व पाले से नियंत्रण और सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
डॉ. सुमित देसवाल ने सर्दी मौसम की सब्जियों की खेती के बारे में बताया.
डॉ. राकेश चुघ ने किचन गार्डनिंग के साथ-साथ खेत में भी सब्जी की फसलों को बीमारियों से बचाने की जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि रसायनों का नियंत्रित तरीके से उपयोग करना चाहिए क्योंकि बहुत अधिक उपयोग से उच्च खर्च, फसल का नुकसान, स्वास्थ्य के लिए खतरा और पर्यावरण प्रदूषण होता है.
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