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समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 28 मार्च से शुरू होगी

 

गेहूं की खरीदी

 

इंदौर जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का कार्य 28 मार्च से शुरू होगा। खरीदी की व्यापक स्तर पर तैयारियाँ जारी है।

रबी विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन हेतु 98 खरीदी केन्द्र बनाये गये हैं।

समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल से गेहूं की खरीदी की जायेगी। इस बार खरीदी प्रक्रिया में बदलाव किया गया है।

किसान अब ऑनलाईन पंजीयन कर स्वयं ही स्लॉट बुकिंग कर सकेंगे। किसानों को एसएमएस नहीं मिलने की समस्या से निजात मिलेगी।

किसान स्वयं गेहूं विक्रय हेतु स्लॉट चयनित कर उपार्जन केन्द्र पर अपनी उपज बेच सकेंगे।

 

स्लॉट बुकिंग कब कर सकते है

ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीकृत व सत्यापित किसान स्वयं के मोबाईल / एमपी ऑनलाईन / सीएससी / लोकसेवा केन्द्र / इंटरनेट कैफ / उपार्जन केन्द्र से इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे।

गत 23 मार्च 2022 से स्लॉट बुकिंग www.mpeuparjan.nic.in पर प्रारंभ की जा चुकी है।

स्लॉट बुकिंग प्रातः 9 से दोपहर 1 बजे एवं दोपहर 2 से शाम 6 बजे तक के लिये की जा सकेगी।

खरीदी केन्द्रों पर खरीदी का कार्य सोमवार से शुक्रवार तक किया जाएगा। इसी अवधि की स्लॉट बुकिंग हो सकेंगी।

किसानों द्वारा आगामी दिवस में फसल विक्रय हेतु स्लॉट बुकिंग की जा सकेंगी एवं स्लॉट की वैधता आगामी 3 कार्य दिवस रहेगी।

 

ये रहेंगे नियम

  • किसानों को फसल बेचने के लिये एसएमएस की प्रतीक्षा नहीं करना होगी।
  • अब वे स्वयं स्लॉट बुकिंग कर अपनी पसंद के उपार्जन केन्द्र और विक्रय के लिये दिनांक तथा समय का चयन www.mpeuparjan.nic.in पर कर सकेंगे।
  • उपार्जन सोमवार से शुक्रवार तक प्रात: 9 से दोपहर एक बजे तक एवं 2 बजे से 6 बजे तक किया जायेगा।
  • फसल विक्रय के लिये स्लॉट की वैधता 3 कार्य दिवस के लिये होगी।
  • स्लॉट बुकिंग करने के पश्चात कृषक उपार्जन केन्द्र का नाम, विक्रय योग्य मात्रा एवं विक्रय के दिनांक की जानकारी का प्रिंट निकाल सकेंगे।
  • किसान द्वारा एफक्यू मापदण्ड का गेहूँ विक्रय के लिये लाया जाता है, तो उसकी साफ-सफाई की आवश्यकता नहीं होगी।
  • परंतु परीक्षण में गेहूँ नॉन एफक्यू पाया जायेगा, तो उन्हें अपना गेहूँ साफ कराना होगा।
  • विभाग द्वारा उपार्जन केन्द्र पर गेहूँ की सफाई की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
  • खाता आधार से लिंक कराना अनिवार्य।
  • शासन द्वारा पंजीयन करने के लिये आधार नम्बर आधारित बायोमेट्रिेक/OTP सत्यापन के आधार पर पंजीयन की व्यवस्था की गई थी।

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