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शून्य बजट प्राकृतिक कृषि पद्धति पर कार्यशाला 13 अप्रैल को

 

प्राकृतिक कृषि पद्धति

 

मध्यप्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, गुजरात के राज्यपाल आचार्य श्री देवव्रत और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में 13 अप्रैल को कृषि विभाग की एक दिवसीय कार्यशाला होगी।

 

कार्यशाला का सीधा प्रसारण

प्रमुख सचिव किसान-कल्याण तथा कृषि विभाग श्री के.सी. गुप्ता ने बताया है कि यह कार्यशाला प्रदेश को कृषि में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए शून्य बजट “प्राकृतिक कृषि पद्धति” पर केन्द्रित होगी।

इसमें विषय-विशेषज्ञ, स्वयंसेवी संस्थाओं, गैर शासकीय संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

कार्यशाला का सीधा प्रसारण दूरदर्शन मध्यप्रदेश, वेबकास्ट, यू-ट्यूब, फेसबुक लाइव आदि के माध्यम से किया जाएगा।

 

अभी कितना है प्राकृतिक खेती का एरिया

नीति आयोग की सीनियर एग्रीकल्चर एडवाइजर डॉ. नीलम पटेल के मुताबिक इस समय 11 राज्यों के 6.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में नेचुरल फार्मिंग हो रही है.

आंध्र प्रदेश इसमें अग्रणी है। यहां एक लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में ऐसी खेती हो रही है जो देश में सबसे अधिक है।

इसके अलावा मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, गुजरात, केरल, छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी नेचुरल खेती को प्रमोट किया जा रहा है।

गोमूत्र, गोबर, घन जीवामृत, बीजामृत और जीवामृत के साथ ऐसी खेती की जाती है।

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