हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

बारिश के मौसम में इन टॉप 10 फूलों की कर सकते हैं बागवानी

 

फूलों की खेती

 

बरसात का मौसम आते ही हमारे आसपास के परिवेश में हरियाली छा जाती है, वहीं बहुत से लोग अपने घर और बगीचे में पौधे लगाते हैं.

फूलों के पौधे घरों में हरियाली के लिए और  ताजगी के लिए लगाए जाते हैं. बारिश के मौसम में पेड़ और पौधों में रौनक आ जाती है.

बारिश का मौसम पेड़ और पौधों के लिए बहुत लाभदाकारी भी होता है.

यहां हम आपको ऐसे 10 फूलों के पौधों की जानकारी देने जा रहे हैं. जिसे आप आसानी से हमारे घर में लगा सकते हैं.

 

गुल मेहँदी

गुल मेहँदी के पौधे सुगन्धित और सदाबहार होते हैं. इसकी लम्बाई 20-60 सेंटीमीटर ऊंचे होती है.

वहीं गुलमेहंदी के पत्ते सुई के आकार के होते हैं. इसके फूल सर्दी या वर्षा ऋतु में खिलते हैं, जिनका रंग बैंगनी, गुलाबी, नीला या सफेद होता है.

 

गेंदे का फूल

बाजार में रंग-बिरंगे और छोटे-बड़े सभी तरह के फूलों के पौधे मौजूद हैं. इनमें गेंदे का पौधा बेहद आकर्षक और खूबसूरत होता है.

भारत में गेंदे का पौधा सबसे ज्यादा लगाए जाने वाले पौधों में एक है.

गेंदे के फूल के 50 से भी ज्यादा प्रकार होते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा पाए जाने वाले गेंदे के फूल अमेरिकन मेरीगोल्ड, फ्रेंच मेरीगोल्ड, सिग्नेट मेरीगोल्ड‌ या इंग्लिश मेरीगोल्ड के होते हैं.

इनमें से अमेरिकन और फ्रेंच मेरीगोल्ड की सुगंध बहुत लुभावन होती है.

 

कॉसमॉस

कॉसमॉस का पौधा थोङा नाजुक होता है.

यह गेंदे के फूल जैसा दिखाई देता है,  इसमें गुलाब, गुलाबी, क्रिमसन, बैंगनी और सफेद बड़े फूल लगते हैं. इसका पौधा 6-7 फिट लम्बा होता है.

 

सूरजमुखी

सूरजमुखी फूल की खास बात ये है कि यह फूल सूरज के चारो तरफ घुमती है यानि जिस-जिस ओर सूर्य घुमता है,  इसलिए इसका नाम सूरजमुखी है. सुरजमुखी का फूल देखने में बहुत आकर्षक होता है.

 

जिन्निया

एक खूबसूरत फूल है जो अक्सर बाग बगीचों में देखा जा सकता है. यह एक तेजी से बढ़ने वाला फूल है जिसकी बागवानी बहुतायत से की जाती है.

जिन्निया के फूलों का रंग उसकी किस्म के अनुसार अलग अलग होता है. जिन्निया फूल सफेद, लाल, बेंगनी, नारंगी, पीले इत्यादि कलर में होते हैं.

कुछ जिन्निया किस्म के पौधों पर बहुरंगी फूल भी आते हैं.

 

क्लियोम

कई जगहों पर क्लियोम पौधे को मकड़ी के फूल, मकड़ी के पौधे या मधुमक्खी के पौधे के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह फूलों के गुच्छों वाला एक लंबा कांटेदार पौधा है.

इस पौधे पर गुलाबी और हल्के बैंगनी रंग के खुशबूदार फूल खिलते हैं.

इसके अलावा इसे सब्जी के बगीचे में लगाने के बहुत फायदे हैं, क्योंकि यह फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले खराब कीड़ों को दूर भगाने में मददगार है.

 

साल्विया

इस फूल के पौधे लम्बे, बौने एवं झाड़ीदार होते हैं.

छोटे आकार का इस पौधे में कटीले पर हर तरफ ढेर सारे फूल निकलते हैं जो कई दिन तक बने रहते हैं.

 

पोर्टूलाका

उत्तर भारत मे इसे लक्ष्मण बूटी भी कहा जाता है. यह सुबह धूप निकलने के साथ खिलता है और शाम को सूर्यास्त के आसपास मुरझा जाता है.

इस पौध के फूल के रंग शानदार होते हैं और यह सफेद, बैंगनी, पीले, लाल, लाल और नारंगी रंगों में उपलब्ध होते हैं.

 

एग्रेटम

एग्रेटम हौस्टोनियानम, मेक्सिको का मूल निवासी, सबसे अधिक लगाए जाने वाले अगरटम किस्मों में से एक है.

Ageratums, नीले, गुलाबी या सफेद रंग के विभिन्न रंगों में नरम, गोल, भुलक्कड़ फूल पेश करते हैं.

नीले अगरटम फूल की 60 से अधिक किस्में उपलब्ध हैं, जो अक्सर पूरी तरह से विकसित होने पर केवल 6 से 8 इंच तक ही पहुंचती हैं.

 

कॉक्सकॉम्ब

कॉक्सकॉम्ब या सेलोसिया एक बहुत ही सुंदर फूल वाला पौधा है. कॉक्सकॉम्ब को सेलोसिया क्रिस्टाटा भी कहा जाता है.

एक बहुत ही लोकप्रिय और आसानी से उगाई जाने वाली पौध है. यह सुनहरे पीले, चांदी के लाल और नारंगी रंग के विभिन्न रंगों में शुतुरमुर्ग-पंख जैसा पिरामिड फैशन में पंखदार फूलों की स्पाइक्स पैदा करता है.

source

यह भी पढ़े : ये हैं प्याज की 5 सबसे उन्नत किस्में

 

यह भी पढ़े : खेत से ब्रोकली तोड़ने के मिलेंगे 63 लाख सालाना

 

यह भी पढ़े : खेत मे भर गया इतना पानी, कि नाव से मक्का निकलना पड़ा

 

शेयर करे