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मार्बल का बिजनेस छोड़कर अभिषेक जैन कर रहे नींबू की खेती

 

हर साल कमाते हैं 8 लाख रुपये

 

खेती को लाभ का धंधा बनाने में देश के युवा किसान अहम भूमिका निभा रहे हैं. अब राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के संग्रामगढ़ गांव के अभिषेक जैन नींबू कीजैविक खेतीकरके अच्छी कमाई कर रहे हैं.

उनका कहना है कि वे प्रति पौधे से सालभर में 150 किलो से अधिक नींबू का उत्पादन लेते हैं. वहीं सामान्य तौर अन्य किसान प्रति पौधे से 80 किलो तक ही उत्पादन ले पाते हैं. तो आइये जानते हैं अभिषेक जैन की सफलता की कहानी.

 

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एकड़ में नींबू की खेती

अभिषेक जैन ने कृषि जागरण से बात करते हुए बताया कि वे नींबू की देशी कागजी किस्म की खेती कर रहे हैं. इस किस्म के नींबू का आकार बड़ा तथा छिलका पतला होता है वहीं रस अधिक निकलता है.

उन्होंने यह पौधे अजमेर के नजदीक से एक नर्सरी से मंगवाए थे. जिन्हें 18X18 फीट की दूरी पर लगाया जाता है. इस तरह प्रति एकड़ 144 पौधों की जरुरत पड़ती है. पौधों को 20X20 फीट की दूरी पर भी लगाया जा सकता है.

 

गर्मी में नहीं लेते हैं उत्पादन

उन्होंने बताया कि नींबू के पौधों को पहली अच्छी बारिश के बाद जुलाई-अगस्त महीने में रोपा जाता है. इसके लिए गर्मी में ही खेतों को तैयार कर गड्ढे बना लिए जाते हैं. पौधो को रोपते समय गोबर खाद समेत अन्य जैविक उर्वरकों तथा मिट्टी का मिश्रण गड्ढों में भर दिया जाता है.

पौधों में तीन साल बाद नींबू आने लगते हैं. तीसरे साल प्रति पौधे से 25-30 किलो, चौथे साल साल 50 किलो और पांचवें साल 80 से 150 किलो नींबू का उत्पादन लिया जा सकता है.

अभिषेक ने बताया कि साल में तीन बार उत्पादन लिया जा सकता है लेकिन वे गर्मी के दिनों में नींबू का उत्पादन नहीं लेते हैं. इसकी वजह बताते हुए वे कहते हैं कि एक राजस्थान में पानी की कमी होती है दूसरा कम उत्पादन होता है जिससे ट्रांसपोर्ट और अन्य खर्च ज्यादा बैठते हैं. 

 

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कितना कमाते हैं अभिषेक

बीकॉम के पढ़ाई करने वाले अभिषेक सीए बनना चाहते थे इसके लिए उन्होंने सीए फाउंडेशन की एग्जाम भी क्लियर कर ली थी. हालांकि बाद में वे मार्बल के बिजनेस में उतर गए लेकिन एक घटना ने उन्हें खेती की तरफ मोड़ दिया.

दरअसल, अभिषेक अपने पिता की मौत के बाद खेतीबाड़ी संभालने के लिए अपने गांव आ गए. 2007 में वे पूरी तरह से खेतीबाड़ी का ही काम देखने लगे.

 

उन्होंने बताया कि 2 एकड़ में उनके पिता ने नींबू का बगीचा लगाया था जिससे उन्हें सालाना 8 से 10 लाख रुपये की कमाई होती है. वहीं 2 से ढाई लाख रूपये की लागत आती है. इसके अलावा दो एकड़ में और नींबू का बगीचा लगाया है जिससे उन्हें इस साल उत्पादन मिलेगा.

 

स्त्रोत : कृषि जागरण 

 

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