मुनाफा ही मुनाफा
किसान सौंफ की खेती कर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.
रेतीली भूमि को छोड़कर इसकी खेती किसी भी प्रकार के जमीन पर की जा सकती है.
मिट्टी का पीएच मान 6.6 और 8.0 इसकी खेती के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त है.
इसके अच्छे पैदावार के लिए 20 से 30 डिग्री का तापमान होना बेहद जरूरी माना जाता है.
भारत में जीरा, धनिया, मेथी, सौंफ, कलौंजी आदि की फसलों की खेती बड़ी प्रमुखता से की जाती है.
इन मसालों की खास बात है कि इन्हें आप खरीफ या रबी दोनों मौसमों में उगा सकते हैं.
हालांकि, खरीफ के मौसम में इन फसलों की बुवाई करते वक्त जलनिकासी वाले खेतों का चयन करना बेहद जरूरी है.
इस तरह की मिट्टी का करें चुनाव
किसान सौंफ की खेती कर बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं.
रेतीली भूमि को छोड़कर इसकी खेती किसी भी प्रकार के जमीन पर की जा सकती है.
मिट्टी का पीएच मान 6.6 से लेकर 8.0 इसकी खेती के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त है.
इसके अच्छे पैदावार के लिए 20 से 30 डिग्री का तापमान होना बेहद जरूरी माना जाता है.
ऐसे करें खेत तैयार
सौंफ की बुवाई के पहले किसान खेतों की तैयारी अच्छे से कर लें. सबसे पहले किसान खेतों की एक या दो जुताई कर लें.
फिर पाटा लगाकर मिट्टी को भुरभुरी कर खेत को समतल कर सुविधानुसार क्यारियां बना लेनी चाहिए.
इन सबसे पहले बीजों के माध्यम से पौधशाला में सौंफ के पौधे तैयार कर लें. फिर इनकी खेतों में रोपाई कर दें.
इस वक्त करें कटाई
सौंफ के अम्बेल जब पूरी तरह विकसित होकर और बीज पूरी तरह जब पककर जाए तभी कटाई करनी चाहिए.
कटाई के बाद इसे एक से दो दिन खेतों में सूखने में रख दें.
इसके बाद 8 से 10 दिन इसे छायादार जगहों पर सूखाना चाहिए. इससे सौंफ का हरा रंग बरकरार रहेगा.
इतना रहेगा मुनाफा
अगर आप एक एकड़ में सौंफ की खेती करते हैं तो आराम से 2 लाख तक का मुनाफा हासिल हो जाएगा.
इस दौरान लागत ज्यादा से 75 हजार से एक लाख रुपये तक आएगी.
जितने बड़े क्षेत्र में आप खेती करेंगे उतना ही मुनाफा बढ़ता जाएगा.
उदाहरण के तौर पर अगर आप 10 एकड़ में सौफ की खेती करते हैं तो ये मुनाफा सालाना 20 लाख रुपये तक पहुंच जाएगा.
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