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यहां किसानों को 90 फीसदी छूट पर मिलेगी मोटर चालित नाव

 

छूट पर मिलेगी मोटर चालित नाव

 

बैंक की नौकरी छोड़कर सुअर पालन में अपना भविष्य संवार रहा झारखंड का युवक, लाखों में है कमाई.

 

झारखंड में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलायी जा रही है.

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा के अलावा राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ किकासनो को दिया जा रहा है.

इसी के तहत दुमका के मत्स्यजीवियों को चार या छह सीटर मोटरचालित नाव शीघ्र ही 90 फीसदी अनुदान पर उपलब्ध कराया जाएगा.

इसके लिए समितियों का चयन कर लिया गया है. तालाब एवं जलाशय मत्स्य का विकास एवं जीर्णोद्धार योजना के तहत दुमका उपायुक्त रविशंकर शुक्ला की अध्यक्षता में हुई लाभुक चयन समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया.

लिया गया है. बैठक में लाभुक जलाशय स्तरीय गठित समिति का भी चयन किया गया.

 

मछली पालकों की सुरक्षा को लेकर नाव की मांग की जा रही थी

गौरतलब है कि जलाशय में मछली पालकों की सुरक्षा को देखते हुए लगातार नाव की मांग भी की जा रह थी.

खास खा आपदा की स्थिति में मोटर चालित नाव की आवश्यकता पड़ती है.

इसलिए बैठक में मोटरचालित नाव की मांग को ध्यान में रखते हुए जलाशय मत्स्यजीवी सहयोग समितियों को चार से छह सीटर क्षमता वाले मोटरचालित नाव उपलब्ध कराए की स्वीकृति दी गयी.

इसके अंतर्गत मोटरचालित नाव के लिए दुमका जिला को वित्तीय वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 के तहत क्रमश: एक एवं दो कुल तीन इकाई मोटरचालित नाव का लक्ष्य तय है.

मत्स्य निदेशालय के द्वारा निर्धारित मापदंडों के के अनुरूप लाभुकों को 90 फीसदी सरकारी सहायता वित्तीय अनुदान के तौर पर दी जाएगी.  

शेष 10 फीसद राशि का वहन चयनित लाभुक समितियों के द्वारा किया जाएगा.

 

90 फीसदी अनुदान पर मिलेगी नाव

वित्तीय वर्ष 2021-22 में तय मापदंडों के लिए निदेशक मत्स्य द्वारा आमंत्रित इच्छा की अभिव्यक्ति के माध्यम से मोटरचालित नाव का 90 फीसदी अनुदान पर उपलब्ध कराई जाएगी.

वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए चयनित लाभुक समिति को अनुदान राशि का भुगतान झास्कोफिश रांची के माध्यम से किया जाएगा, जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 अंतर्गत चयनित लाभुक समितियों को सरकारी अनुदान राशि का भुगतान जिला मत्स्य पदाधिकारी दुमका को वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्राप्त बजट उपबंध से किया जाएगा.

मोटरचालित नाव का संचालन तथा रख-रखाव की जिम्मेवारी संबंधित लाभुक मत्स्यजीवी सहयोग समितियों की होगी.

 

इन मत्स्यजीवी समितियों का चयन

मत्स्य विभागीय चयन समिति की बैठक में मसानजोर जलाशय में कार्यरत वित्तीय वर्ष 2020-21 के तहत मसानजोर जलाशय महिला स्वावलंबी समिति बाजार रहमतगंज दुमका चयन किया गया है.

जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए जलाशय मत्स्य जीवी सहयोग समिति लिमिटेड, दरबारपुर, मसानजोर जलाशय विस्थापित समूह, राजपाड़ा मसलिया का चयन किया. इन समितियों को अनुदान पर मोटरचालित वान दिया जाएगा.

 

मछली किसानों को केसीसी देने पर विचार

इसके अलावा बैठक में मत्स्य पालकों को केसीसी स्वीकृति एवं फिश फामर्स प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन के गठन पर विचार विमर्श किया गया.

बैठक में मत्स्यपालकों को केसीसी ऋण स्वीकृति में हो रही परेशानी और अवरोधों को दूर करने पर विचार किया गया.

बैंक अधिकारी ने मत्स्य कृषकों से कहा कि केसीसी की स्वीकृति में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए बैंक हरसंभव मदद करेगी.

 कहा कि दुमका जिले में नीली क्रांति को बढ़ावा दिया जाएगा.

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