हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें

उड़द की खेती में रखें इन बातों का ध्यान

 

फिर कमाएं लाखों का मुनाफा

 

उड़द की खेती से किसान को अच्छा और भारी मुनाफा दिलाने के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने खास बातें साझा की हैं.

किसान वैज्ञानिकों द्वारा बताई गए बातों को ध्यान में रख खेती करते हैं, तो वह अपनी फसल से अधिक पैदावार प्राप्त कर सकेंगे.

 

उड़द दलहनी फसलों में से एक है. यह एक ऐसी फसल है, जिसमें पोषक तत्वों का भंडार होता है.

उड़द का सेवन दाल और दाल से बने कई पकवानों के रूप में किया जाता है.

यह प्रोटीन, पोटेशियम कैल्शियम, आयरन, नियासिन, थायमिन और राइबोफ्लेविन से भरपूर होती है.

 

दोगुना मुनाफा मिलता है

उड़द की फसल  60 से 65 दिनों में पककर तैयार हो जाती है, इसलिए उड़द की खेती से किसानों को कम समय में अच्छा और दोगुना मुनाफा मिलता है.

किसानों की आय को और अधिक करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों ने उड़द की खेती से जुडी कुछ बातें साझा की हैं.

तो आइये उन बातों को विस्तार से जानते हैं.

 

उड़द खेती से जुडी बातें

  • उड़द की खेती के लिए वैज्ञानिकों ने किसानों को जरुरी बातें बताते हुए कहा है कि अगर इसकी खेती के लिए किसान भाई कुछ बातों को ध्यान में रखकर करना चाहिए, इससे फसल से अच्छा और लागत से कईं गुना मुनाफा भी प्राप्त होता है.
  • उड़द की खेती के लिए गर्मी का मौसम सबसे उपयुक्त होता है. अप्रैल का पहला सप्ताह खेती सबसे उपयुक्त समय माना जाता है.
  • वहीँ, वैज्ञानिकों द्वारा बताया गया है कि उड़द की खेती के लिए तापमान 30 से 40 डिग्री के बीच उचित माना जाता है.
  • अगर मिट्टी की बात करें, तो उड़द फसल की खेती के लिए दोमट मिटटी उचित मानी जाती है, साथ ही मिटटी में अच्छी जल निकासी भी होनी चाहिए.
  • वहीं सिंचाई मिट्टी की नमी अनुसार करनी चाहिए. अगर मिटटी ज्यादा शुष्क है, तो इसमें हफ्ते में दो बार सिंचाई करें. अन्यथा 15 दिन के अंतराल में करें.
  • पौधों से पौधों की दूरी 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए. वहीं, बीज को 4 से 6 सेंटीमीटर की गहराई पर बोएं.

source : krishijagran

यह भी पढ़े : गेहूं की कटाई के बाद 60 से 65 दिन में आने वाली ग्रीष्मकालीन उड़द की खेती

 

यह भी पढ़े : आधार से लिंक खातों में ही होगा पीएम किसान सम्मान निधि की राशि का भुगतान

 

शेयर करे