नर्मदा घाटी विकास योजना
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नर्मदा घाटी विकास के तहत निर्मित हो रही सभी परियोजनाओं में अंतिम किसान के खेत तक पानी पहुँचाया जाए।
इसके लिए मंत्री तथा अधिकारी आवश्यक रूप से क्षेत्र भ्रमण करें।
नर्मदा घाटी विकास के लिए किए जा रहे निवेश का शत-प्रतिशत लाभ अर्जित हो।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ पाइप से पानी जा रहा है वहाँ के किसानों के खेतों में आ रही समस्याओं का भी सर्वेक्षण किया जाए।
किसानों को यदि कोई समस्या है तो उसका तत्काल निराकरण हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी के प्रदाय से निश्चित रूप से किसानों का उत्पादन बढ़ेगा।
किसानों में पानी और बिजली के शुल्क को जमा कराने के लिए दायित्व बोध विकसित किया जाए।
यह जिम्मेदारी किसानों की समितियों को सौंपी जाए। श्री चौहान मंत्रालय में आयोजित नर्मदा नियंत्रण मंडल की 70वीं बैठक को संबोधित कर रहे थे।
स्वीकृति
बैठक में शहीद भीमा नायक सागर (लोअर गोई) परियोजना को पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई।
इसके साथ ही बरगी व्यपवर्तन परियोजना की दायीं तट मुख्य नहर को 104 किलोमीटर से 129 किलोमीटर तक स्लीमनाबाद टनल सहित नहर निर्माण के कार्य में समय वृद्धि को स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में जावर माइक्रो सिंचाई परियोजना के निर्माण कार्य के अनुबंध की समय वृद्धि को भी स्वीकृत किया गया।
नियंत्रण मंडल की बैठक में किल्लौद, पामाखेड़ी, भुरलाय, कोदवार और पुनासा विस्तार की ग्रुप माइक्रो सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण कार्य के अनुबंध में समय वृद्धि को भी स्वीकृति दी गई।
इसके साथ ही आईएसपी कालीसिंध उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना के सिंचित क्षेत्र में वृद्धि का अनुमोदन प्रदान किया गया।
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