अनानास की खेती
अनानास में पर्याप्त मात्रा में फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. यह विटामिन सी का भी अच्छा स्रोत है.
आजकल बाजार में अनानास यानि पाइनएप्पल की मांग बहुत बढ़ रही है.
यही कारण है कि किसान आजकल अनानास की खेती पर ध्यान देने लगे हैं और बढ़िया मुनाफा भी हासिल कर रहे हैं.
अनानास बच्चों और बड़ों सभी को पसंद होता है और इसका जूस भी बहुत स्वादिष्ट होता है.
यह शरीर को स्फूर्ति से भर देता है. यही कारण है कि नाश्ते की टेबल पर आजकल यह जरूरी सा हो गया है.
पाइनएप्पल केक आजकल सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला केक है.
वर्ष में कई बार होती है खेती
अनानास की खेती के साथ सबसे बढ़िया बात यह है कि साल में कई बार की जा सकती है.
यही कारण है कि उन फसलों के मुकाबले इससे ज्यादा लाभ होने की संभावना है जो वर्ष में सिर्फ एक बार ही उगाई जाती है.
फायदेमंद है अनानास
अनानास में पर्याप्त मात्रा में फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं.
यह विटामिन सी का भी अच्छा स्रोत है. इसके सेवन से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है.
यह ठंड से भी बचाता है और अर्थराइटिस के रोगियों को भी राहत देता है.
कहां होती है अनानास की खेती
पहले इसकी खेती केरल, पश्चिमी बंगाल, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश मिजोरम और असम जैसे राज्य में होती थी लेकिन अब इसकी खेती वाले क्षेत्रों में विस्तार हुआ है.
अब उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के किसान भी इसका उत्पादन करने लगे हैं.
केरल, आंध्रप्रदेश और पश्चिमी बंगाल में तो इसकी खेती की वर्ष भर जाती है.
कैसी भूमि है उपयुक्त
इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी या रेतीली दोमट मिट्टी अच्छी रहती है.
जिन इलाकों में नमी युक्त जलवायु होती है, वहां इसकी खेती पूरे 12 महीने आराम से की जाती है अन्यथा साल में दो बार तो इसकी खेती की ही जा सकती है.
यह ध्यान देने योग्य बात है कि अनानास के पौधे पर एक ही बार फल लगता है.
दोबारा फल प्राप्त करने के लिए फिर से फसल उगानी होती है.
क्या है कीमत
बाजार में डेढ़ सौ से दो सौ रुपये प्रति किलो तक बिक जाता है.
स्वास्थ्य की दृष्टि से बेहद फायदेमंद होने के कारण इसकी मांग काफी बढ़ गई है.
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